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मेरी डायरी
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मेरी डायरी. राजेश अस्थाना ब्लॉग. राष्ट्रीय जागरण. Azamgarh City .com. 2332;ाना कहाँ है मंजिल क्या है उसका पता न पूछ. 2360;फ़र की मुश्किलों को मत पूछ बस हौसला पूछ. Subscribe to: Post Comments (Atom). राष्ट्रीय जागरण. सिपाही - रामधारी सिंह "दिनकर". दुनिया : मेरी दृष्टि से My:World View. आजमगढ़ समाचार. राजेश अस्थाना. Social Work,Writer and Blogger. View my complete profile. उजियारा तुम कब लाओगे- - राजेश अस्थानाअनंत. कि रात गुजर गई.राजेश अस्थानाअनंत. राजनीति एक मिशन. आजादी की लड़ाई क...कांगî...जनता...
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राष्ट्रीय जागरण : माननीयों की सेफ्टी पर अरबों खर्च कर चुके अखिलेश
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राष्ट्रीय जागरण. हमारे राज्य. विचार मंच. साहित्य. विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी. हमारा पड़ोस. संपादकीय. माननीयों की सेफ्टी पर अरबों खर्च कर चुके अखिलेश. यूपी में माननीयों की सुरक्षा सरकारी खजाने पर लगातार चोट कर रही है।. करीब दो हजार माननीयों की सुरक्षा बनाए रखने के लिए सरकारी खजाने पर रोज 77 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं।. तत्कालीन आईजी कानून-व्यवस्था बद्री प्रसाद ने एक फरवरी 2013 को औपचारिक रूप स...किन्हें हासिल है यह सुरक्षा. मेरी डायरी. अदम गोंडवी. इंदिरा गांधी. दुष्यंत कुमार. रामलीला म&#...कुछ भ...
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Indian Philosphy: February 2014
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The Vedas, Brahmanas and their Philosophy. Systems of Indian Philosophy. एक नयी संस्कृति की नींव डालें. 2404;। उदय राघव ।।. प्रश्न गरीबी का नहीं. प्रश्न गरीबों का भी नहीं. वास्तविक प्रश्न यह है कि लोग अमीर क्यों हैं? इतना धन क्यों संगृहीत है लोगों के पास? वैभव का प्रदर्शन क्यों है इतना? सरकारों-संस्थाओं के पास इतनी ताकत क्यों है? पावर (शक्ति) इतना आकर्षित क्यों करने लगा है? सत्ता इतनी केंद्रित क्यों हो गयी है? किसका सामाधान करेंगे? कैसी सार्थकता? फिर यह समाज क्या है? किनका है? Subscribe to: Posts (Atom).
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राष्ट्रीय जागरण : जनतन्त्र का जन्म - रामधारी सिंह "दिनकर"
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राष्ट्रीय जागरण. हमारे राज्य. विचार मंच. साहित्य. विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी. हमारा पड़ोस. संपादकीय. जनतन्त्र का जन्म - रामधारी सिंह "दिनकर". सदियों की ठंढी-बुझी राख सुगबुगा उठी,. मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है. दो राह,समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,. सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।. हां,मिट्टी की अबोध मूरतें वही,. जाडे-पाले की कसक सदा सहनेवाली,. जब अंग-अंग में लगे सांप हो चुस रहे. तब भी न कभी मुंह खोल दर्द कहनेवाली।. हां,लंबी - बडी जीभ की वही कसम,. मन्दिरों, राजप्रì...देवता कहीं...देवतì...
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Indian Philosphy: Systems of Indian Philosophy
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The Vedas, Brahmanas and their Philosophy. Systems of Indian Philosophy. Systems of Indian Philosophy. Has a rich and diverse philosophical tradition dating back to the composition of the Upanisads. In the later Vedic period. The oldest of these constitute ".the earliest philosophical compositions of the world.". Traditionally, schools ( Skt. Are identified as orthodox ( Skt. Or non-orthodox (Skt: nastika. Depending on whether they regard the Veda. As an infallible source of knowledge. From Harold Diamon...
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Indian Philosphy: आदिवासी संस्कृति के आधार -एक दृष्टिकोण
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The Vedas, Brahmanas and their Philosophy. Systems of Indian Philosophy. आदिवासी संस्कृति के आधार -एक दृष्टिकोण. रंग, रूप और भाषा के आधार पर एक नस्ल के लोगों की पहचान और दूसरे से उसके फर्क को रेखांकित करने की कोशिश होती रही है।. आदिवासी क्या सिर्फ विकास के नाम पर बलि चढ़ने के लिए हैं? Subscribe to: Post Comments (Atom). Social Work,Writer and Blogger. View my complete profile. दुनिया : मेरी दृष्टि से My:World View. आजमगढ़ पत्रिका AZAMGARH PATRIKA. आज शाम है बहुत उदास केवल म&...Want to get rich? New Delhi...
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राष्ट्रीय जागरण : October 2014
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राष्ट्रीय जागरण. हमारे राज्य. विचार मंच. साहित्य. विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी. हमारा पड़ोस. संपादकीय. देसी रियासतों को भारत में मिलाने वाले लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को नमन. और इसके लिये नेहरू का समर्थन किया। उन्हे उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का कार्य सौंपा गया।. किसानों की दयनीय स्थिति से वे कितने दुखी थे इसका वर्णन करते हुए पटेल ने कहा:. जब हिल उठा देशः इंदिरा गांधी की हत्या. साभार -ibnkhabar.com . नई दिल्ली।. 2325;हां हैं? छाया सा व्योम में यह विश...अहंकार-स्रोत ही...धारा निज ...बंद वह ध&...
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राष्ट्रीय जागरण : July 2014
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राष्ट्रीय जागरण. हमारे राज्य. विचार मंच. साहित्य. विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी. हमारा पड़ोस. संपादकीय. यूपीएससी: सवाल सिर्फ़ हिंदी का नहीं है. Subscribe to: Posts (Atom). दुनिया : मेरी दृष्टि से My:World View. राष्ट्रीय जागरण : सभी प्रतिमाओं को तोड़ दो! प्रस्तुत है स्वामी विवेक.: सभी प्रतिमाओं को तोड़ दो! प्रस्तुत है स्वामी विवेकानंद कुछ कुछ कविताएँ- साभार-जानकी. मेरी डायरी. अदम गोंडवी. इंदिरा गांधी. दुष्यंत कुमार. महात्मा गाँधी. रामधारी सिंह दिनकर. सरदार वल्लभ भाई पटेल. उत्तर प्रदेश कí...आम आदमी प...
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Indian Philosphy: एक नयी संस्कृति की नींव डालें
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The Vedas, Brahmanas and their Philosophy. Systems of Indian Philosophy. एक नयी संस्कृति की नींव डालें. 2404;। उदय राघव ।।. प्रश्न गरीबी का नहीं. प्रश्न गरीबों का भी नहीं. वास्तविक प्रश्न यह है कि लोग अमीर क्यों हैं? इतना धन क्यों संगृहीत है लोगों के पास? वैभव का प्रदर्शन क्यों है इतना? सरकारों-संस्थाओं के पास इतनी ताकत क्यों है? पावर (शक्ति) इतना आकर्षित क्यों करने लगा है? सत्ता इतनी केंद्रित क्यों हो गयी है? किसका सामाधान करेंगे? कैसी सार्थकता? फिर यह समाज क्या है? किनका है? View my complete profile.
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राष्ट्रीय जागरण : भ्रष्ट तन्त्र के विरोध का हस्र .......
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राष्ट्रीय जागरण. हमारे राज्य. विचार मंच. साहित्य. विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी. हमारा पड़ोस. संपादकीय. भ्रष्ट तन्त्र के विरोध का हस्र . रामलीला मैदान में केजरीवाल के शपथ ग्रहण के दौरान एक पुलिसकर्मी ने भी आवाज उठाने की कोशिश की, मगर उसके साथ क्या हुआ, खुद देखें।. दुनिया : मेरी दृष्टि से My:World View. राष्ट्रीय जागरण : सभी प्रतिमाओं को तोड़ दो! प्रस्तुत है स्वामी विवेक.: सभी प्रतिमाओं को तोड़ दो! मेरी डायरी. अदम गोंडवी. इंदिरा गांधी. दुष्यंत कुमार. महात्मा गाँधी. सरदार वल्लभ भाई पटेल. उत्तर प्रद&...प्र...
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