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चौपाल: Dec 21, 2007
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सभी का स्वागत है. Friday, December 21, 2007. ईद का दिन.लेकिन खुशी किस्मत के हिसाब से।. अजय रोहिला. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). दूसरों का लेखाजोखा. उलटा पुलटा संदीप. मुसाफिर दीपान्शु. संदीप का अड्डा. गुस्ताख़ मंजीत. रजनीश का सवेरा. कुछ अपनी. अजय रोहिला. दिल्ली, India. View my complete profile. बीती बातें. ईद का दिन.लेकिन खुशी किस्मत के हिसाब से।.
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लंबी ज़ुबान: April 2009
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लंबी ज़ुबान. रोज़मर्रा की जिंदगी के तजुर्बे .और मैं. Saturday, April 25, 2009. साई के द्वारे. भाई मैं तो इसे साईं का प्यार ही कहंूगा कि उन्होंने मुझे अपना ख़ास बच्चा बनाया और पूरा ख़याल रखा।. मै क्या जानू. Subscribe to: Posts (Atom). ख़ुदा का फ़रिश्ता. मैं कौन हूं? मै क्या जानू. View my complete profile. पिछली बतकही. साई के द्वारे. चट्टे-बट्टे. गुस्ताख़. स्वर्ण-(अ)काल. मुसाफ़िर. भारतीय स्वाद से भरी जापानी सुशी. इंडियन तमाशा. आम आदमी की गौरव गाथा! व्यंग्य). My Name is Karan.
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लंबी ज़ुबान: उसका कमरा
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लंबी ज़ुबान. रोज़मर्रा की जिंदगी के तजुर्बे .और मैं. Tuesday, December 15, 2009. उसका कमरा. तन्हाईयाँ. और जारी. किसी की तलाश. अकेलेपन का खौफ. पुरानी मोहब्बत की निशानी. सिगरेट, शराब, कंडोम और वो नोवेल. उसके बंद कमरे की कहानी. चार दीवारें, एक वो. रोज़ एक नया चेहरा. वही बिस्तर, वही चादर. आवाज़, बे-आवाज़ एक दूजे से टकराती जवानी. सिगरेट, शराब, कंडोम और वो नोवेल. उसके बंद कमरे की कहानी. कोने की दराज़ में बंद लाल डाइरी. यादों का सैलाब. आँखों को ललकारती तस्वीर. नाराज़ तकदीर. और कभी प्यार,. उसका कमरा.
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लंबी ज़ुबान: December 2009
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लंबी ज़ुबान. रोज़मर्रा की जिंदगी के तजुर्बे .और मैं. Tuesday, December 15, 2009. उसका कमरा. तन्हाईयाँ. और जारी. किसी की तलाश. अकेलेपन का खौफ. पुरानी मोहब्बत की निशानी. सिगरेट, शराब, कंडोम और वो नोवेल. उसके बंद कमरे की कहानी. चार दीवारें, एक वो. रोज़ एक नया चेहरा. वही बिस्तर, वही चादर. आवाज़, बे-आवाज़ एक दूजे से टकराती जवानी. सिगरेट, शराब, कंडोम और वो नोवेल. उसके बंद कमरे की कहानी. कोने की दराज़ में बंद लाल डाइरी. यादों का सैलाब. आँखों को ललकारती तस्वीर. नाराज़ तकदीर. और कभी प्यार,. उसका कमरा.
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लंबी ज़ुबान: July 2008
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लंबी ज़ुबान. रोज़मर्रा की जिंदगी के तजुर्बे .और मैं. Monday, July 7, 2008. मन्दिर और मीट. चमड़ी चबाओ।. मै क्या जानू. Subscribe to: Posts (Atom). ख़ुदा का फ़रिश्ता. मैं कौन हूं? मै क्या जानू. View my complete profile. पिछली बतकही. मन्दिर और मीट. चट्टे-बट्टे. गुस्ताख़. स्वर्ण-(अ)काल. मुसाफ़िर. भारतीय स्वाद से भरी जापानी सुशी. इंडियन तमाशा. आम आदमी की गौरव गाथा! व्यंग्य). My Name is Karan. दूसरी ज़ुबानें. गुस्ताख़ मंजीत.
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चौपाल: Oct 25, 2007
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सभी का स्वागत है. Thursday, October 25, 2007. उम्रकै़द.बम्पर आफर. सेल.सेल.सेल. त्यौहारों का मौसम हैं। हर तरह के आफरों की भरमार है। कोई सोना गिफ्ट दे रहा है। कोई नगद ईनाम. लेकिन इन दिनों इनडियन ज्युडिशियरी लिमिटेड के धमाल की तो चारों तरफ धूम है.उम्रकैद छप्पर फा़ड के. अजय रोहिला. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). दूसरों का लेखाजोखा. उलटा पुलटा संदीप. मुसाफिर दीपान्शु. संदीप का अड्डा. गुस्ताख़ मंजीत. रजनीश का सवेरा. कुछ अपनी. अजय रोहिला. दिल्ली, India. View my complete profile.
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चौपाल: Feb 18, 2008
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सभी का स्वागत है. Monday, February 18, 2008. मौत. दयालुता के साथ. यह बीबीसी की हैडलाइन स्टोरी है. अग्रेज वाकई में बड़े नमॆदिल और दयालु प्रवॆति के होते है. क्रप्या इस लाइन को थोड़ा तसल्ली से पढ़े. कंपनी का कहना है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए अब कार्रवाई कर रही है ताकि सभी कर्मचारी पशुओं के साथ दयालुता. के साथ पेश आएं.(पढ़े दयालुता से मारा जाए). अजय रोहिला. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). दूसरों का लेखाजोखा. उलटा पुलटा संदीप. मुसाफिर दीपान्शु. संदीप का अड्डा. कुछ अपनी.
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चौपाल: जीवन एक मज़ाक..
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सभी का स्वागत है. Wednesday, October 24, 2007. जीवन एक मज़ाक. जीवन एक मज़ाक. आए दिन ख़बर सुनने को मिल जाती है फ़ला मरीज के पेट में डाक्टर ने तौलिया छोडा. फंला मरीज के पेट में कैची छोडी. आज एक और ख़बर मिली. डाक्टर ने आपरेशन के दौरान नौ महीने के बच्चे के फेफड़े में लाकेट छोडा़. डाक्टर है इलाज करते है . अगर हो जाए तो. मरीज है इंसान कहलाएगा. किस्मत से बच जाए जो. सुफी पेशा है . मगर पेशेवर सुफी नही रहे. इनका मकसद सिफॆ इतना है. माया को जीतना है. जान जिसकी जाती है जाए. बस केवल माया आ जाए. कुछ अपनी.
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लंबी ज़ुबान: साई के द्वारे
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लंबी ज़ुबान. रोज़मर्रा की जिंदगी के तजुर्बे .और मैं. Saturday, April 25, 2009. साई के द्वारे. भाई मैं तो इसे साईं का प्यार ही कहंूगा कि उन्होंने मुझे अपना ख़ास बच्चा बनाया और पूरा ख़याल रखा।. मै क्या जानू. Subscribe to: Post Comments (Atom). ख़ुदा का फ़रिश्ता. मैं कौन हूं? मै क्या जानू. View my complete profile. पिछली बतकही. साई के द्वारे. चट्टे-बट्टे. गुस्ताख़. स्वर्ण-(अ)काल. मुसाफ़िर. भारतीय स्वाद से भरी जापानी सुशी. इंडियन तमाशा. आम आदमी की गौरव गाथा! व्यंग्य). My Name is Karan.